सिख समुदाय से जुड़े मुद्दों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गंभीरता से किया हल – आरपी सिंह
Lok Sabha Elections 2024
राष्ट्रीय प्रवक्ता बोले मोदी के मन में सिख इतिहास के प्रति अटूट आस्था, इसलिए हर काम में दिखाई तत्परता
आज देश की 19 भाषाओं में गुरुबाणी का अनुवाद हो रहा है, इनमें चार भाषाओं में तो अनुवाद पूरा
चंडीगढ़, 28 मई 2024: Lok Sabha Elections 2024: केंद्र की पूर्व सरकारों के मुकाबले मोदी सरकार ने सिख समुदाय से जुड़े मुद्दों को गंभीरता से हल किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन में सिख इतिहास के प्रति अटूट आस्था है। वह सिख संस्कृति और उनके योगदान को बखूबी समझते हैं। यह कहना है भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह का, जोकि पंजाब भाजपा कार्यालय में मीडिया से मुखातिब हुए थे। उन्होंने कहा कि करतारपुर साहिब कॉरिडोर खोलना हो, गुरु लंगर से जीसीटी खत्म करना या कानून में संशोधन कर दुनियाभर के सिख श्रद्धालु को दान देना का मौका देना हो, यह सब ऐसे काम हैं जिनके लिए सिख वर्षों से अरदास करते थे। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर साल 26 दिसंबर को चार साहिबजादों की शहादत की याद में वीर बाल दिवस मनाने की घोषणा की और इसे दुनियाभर में स्थित भारतीय दूतावासों में हर्षोल्लास से मनाया। सिख गुरुओं के प्रकाश पर्व को राष्ट्रीय स्तर मनाकर सिख धर्म की शिक्षाओं को देश दुनिया तक पहुंचाने में मदद की। उन्होंने कहा कि आज देश की 19 भाषाओं में गुरुबाणी का अनुवाद हो रहा है, इनमें चार का अनुवाद तो हो भी चुका है। यूरोप में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली स्पेनिश भाषा में गुरुबाणी का अनुवाद हो चुका है। यह सब मोदा सरकार की वजह से हो रहा है। इस दौरान उनके साथ स्टेट वाइस प्रेसिडेंट केवल ढिल्लों और बिक्रम चीमा व पंजाब भाजपा मीडिया प्रमुख विनीत जोशी भी मौजूद रहे।
1984 दंगा पीड़ितों की आवाज बने मोदी
आरपी सिंह बोले कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1984 दंगा पीड़ितों की आवाज बने और उन्हें न्याय दिलाया और पीड़ितों को पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा दिया। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने भूकंप में धवस्त हुए कोट लखपत साहिब गुरुद्वारे का पुर्ननिर्माण करवाया। अमृतसर और श्री आनंदपुर साहिब के लिए रेलवे व सड़क कनेक्टिविटी बढ़ाई ताकि सिख श्रद्धालुओं को सफर के दौरान दिक्कत न हो। जलियांवाला बाग को नया स्वरूप दिया गया।
हर मुश्किल समय में सिखों के लिए मोदी ने दिखाई गंभीरता
हर मुश्किल समय में सिखों के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने गंभीरता दिखाई है। अफगानिस्तान से फंसे सिख परिवारों की वापस लाना। सम्मानपूर्वक गुरुग्रंथ साहिब को भारत लाकर लाना। पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आए पीड़ित सिख परिवारों को सीसीए में शामिल कर उन्हें भारत नागरिता देना यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सिखों के प्रति गंभीरता और प्रेम को दर्शता है।
देश की सुरक्षा के लिए भी मोदी जरूरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की सुरक्षा व संस्कृति की रक्षा करने में भी सक्षम है। उन्होंने कहा कि विपक्ष इस बार 400 पार पर खूब टिप्पणियां कर रहा है, लेकिन यह जरूरी है मजबूत और ठोस फैसले लेने में बहुमत वाली सरकार जरूरी है। दूसरी तरफ पाकिस्तान की पार्टियां व एजेंसी भी चाहती हैं कि भारत के प्रधानमंत्री राहुल गांधी बने। वह आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल से अपना प्रेम जाहिर करती है। आप इस डर को समझिए उन्हें भी पता है कि गलती करने पर मोदी छोड़ेंगे नहीं।
करतार कोरिडोर खोलने में सिद्धू की भूमिका को नकारा
मीडिया ने करतारपुर कोरिडोर खोलने पर कांग्रेसी नेता नवजोत सिंह सिद्धू की भूमिका से जुड़ा सवाल किया तो आरपी सिंह ने कहा कि गूगल में सब कुछ उपलब्ध है। आप देखें कि दिल्ली गुरद्वारा प्रबंधक कमेटी के मंजीत सिंह जीके कितनी बार पाक हाई कमीशन से मिले। मोदी सरकार ने अपने स्तर पर कितनी कोशिशें की। यह व्यक्तिगत प्रयास से नहीं होता है इसके मजबूत इच्छा शक्तिवाली केंद्र सरकार चाहिए।
आतंकवाद और व्यापार एक साथ नहीं
आरपी सिंह ने कहा कि आतंकवाद और व्यापार एक साथ नहीं चल सकता है। यह पाकिस्तान को समझनी होगी, जब तक पाकिस्तान आतंकवाद और ड्रग्स तस्करी बंद नहीं करता है तब तक उससे व्यापार नहीं किया जा सकता है। इसलिए वाघा बार्डर बंद है। इसके साथ उन्होंने कहा कि अब पाकिस्तान मोस्ट फवेरिट नेशन की सूची से भी हटा दिया गया है। उन्होंने कहा कि गुजरात सीमा से इसलिए व्यापार हो रहा है क्योंकि वहां पर पंजाब जैसी सीमा पार से होने वाली दिक्कतें नहीं हैं।